जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा जैसे बारिश में हो एक भीगता जिया हो………बेटी-दामाद को देख तो ऐसा लगा
बम फूटा था, बच्चे का पिता शहीद हुआ था कहीं दिल, कही अंतड़ियां, कहीं कलेजा फैला हुआ था बम फूटा था, बच्चे का पिता शहीद हुआ था कहीं दिल, कही अंतड़ियां, कहीं कलेजा फैल...
पिता अमूल्य हैं। पिता अमूल्य हैं।
अपने गुजरे वक्त को जी रहे होते हैं, एक बचपन जो बीत गया एक बचपन जो बीत रहा है ! अपने गुजरे वक्त को जी रहे होते हैं, एक बचपन जो बीत गया एक बचपन जो बीत रहा...
क्योंकि पिता और पति में होता है जमीन आसमान सा अंतर। क्योंकि पिता और पति में होता है जमीन आसमान सा अंतर।
जब आऊँ मैं घर के द्वार तुम्हें दे सकूँ खुशियाँ अपार।। जब आऊँ मैं घर के द्वार तुम्हें दे सकूँ खुशियाँ अपार।।